बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।
फागुलाल रात्रे, लवन।
बलौदाबाजार जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत अहिल्दा का बुड़गी तालाब गांव के मुख्य आबादी वाली जगह पर स्थित है। यह तालाब करीब 11 एकड़ की जगह पर फैला हुआ है। इस तालाब में गांव की आधे से ज्यादा आबादी के लोग निस्तारी कार्य करते है। इस गांव की आबादी करीब 7 हजार की होगी। जिसमें से वार्ड 15, 16 एवं 17 सहित आधी आबादी के लोग इसी तालाब में निस्तारी का कार्य करते है। बुड़गी तालाब का पानी अत्यधिक खराब हो गया है। पानी से बदबू उठ रहा है। मजबुरीवश ग्रामीण इस तालाब में निस्तारी कर रहे है। दूर से ही तालाब का पानी बदबू दे रहा है। तालाब के पास गुजरने वाले लोगों को बदबू का एहसास हो जा रहा है, तो जरा सोचो इस तालाब में निस्तारी करने वाले लोगों को कितनी परेशानी हो रही होगी। नाक व मुंह दबाकर निस्तारी करना मजबुरी हो रहा है। लोगों के नहाने पर दाद-खाज-खुजली की समस्या हो रही है। अहिल्दा के ग्रामीण सोनाऊ राम साहू, दाउलाल साहू, जीवनलाल साहू, अशोक वर्मा, चंदराम साहू, दरसू राम साहू, अंतराम साहू, रामरतन साहू, टोपराम साहू, कौशल साल, बिरसू साहू, ससहीन साहू, कृष्णा बाई साहू पूर्व सरपंच, दुवारा साहू, शांती बाई साहू का कहना है कि यह तालाब को 5 वर्ष के लिए बिलासपुर के किसी ठेकेदार को लीज में दिया गया है। पूरा तालाब गंदी, पतरी पान, काई में तब्दील हो गया है, नहाने पर खाज-खुजली की समस्या हो रही है। यहंा के सरपंच झब्बूलाल साहू एवं ग्राम सचिव की निष्कृयता की वजह से ग्रामीणों को गंदे युक्त तालाब में नहाना मजबुरी हो गया है। तालाब की स्थिति इतनी अधिक बदहाल हो गई है कि अपनी दुर्दशा पर आंशु बहा रहा है। यह तालाब गांव का प्राचीन व ऐतिहासिक तालाब माना जाता है, इस तालाब की सफाई वर्षो तक नहीं हुई है। तालाब की स्थिति इतनी बदहाल है, ऊपर से इस तालाब को लीज में दे दिया गया है जिसकी वजह से तालाब का पानी अत्यधिक खराब हो गया है। मजबूरी में लोग इस तालाब में नहाते है, जिन्हें भी दाद, खाज-खुजली की समस्या से जुझना पड़ रहा है। उक्त तालाब कचरे, पतरी व काई में तब्दील हो गए है। ग्रामीणों का कहना है कि जल्द ही इस तालाब की सफाई नहीं किया गया तो तालब की समस्या लेकर जनदर्शन में शिकायत करने पहुंचेगे। जिसकी जवाबदारी जिम्मेदारों की होगी।
क्या कहते है पंचायत सचिव
गांव के सियान लोग इस तालाब को मछली मारने के लिए ठेका में दिए है। जिसमें से आधी मछली ठेकेदार का एवं आधी मछली गांव वाले लेते है। चूंकि गांव के लोग मछली का पैसा लेते है, इसलिए साफ-सफाई की जिम्मेदारी गांव वालों की बनती है। ज्यादा जानकारी के लिए ग्राम सरपंच एवं पंच लोगों से बात कर सकते है।
कांशीराम रजक, सचिव
ग्राम पंचायत अहिल्दा