बलौदाबाजार,
फागूलाल रात्रे, लवन।
फागूलाल रात्रे, लवन।
केन्द्र और राज्य सरकार खेती को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चला रही है। वहीं जल संसाधन विभाग की लापरवाही के चलते एक तरफ टेल एरिया के किसानों को पानी नहीं मिलता है। वही, दूसरी तरफ जर्जर नहर होने के चलते पानी व्यर्थ बह रहा है। जिस पर विभाग के अधिकारियों के द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। एक ओर रबि फसल लेने वाले किसानों को पानी की जरूरत है, उन्हें समय पर पानी नहीं मिल रहा है, वही दूसरी ओर खेत खलिहान में पानी व्यर्थ बह रहा है। इस दिशा में जिम्मेदारों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अहिल्दा से सोलहा, सरखोर नहर नाली पुल के पास में कुलापा जर्जर होकर टुट गया है, जहा से बड़ी मात्रा में व्यर्थ रूप से पानी बह रहा है। नहर में पानी सिंचाई एवं निस्तारी के लिए छोड़ा गया है, लेकिन यह पानी जर्जर नहर की वजह से जहा आवश्यकता नहीं है, वहा पर व्यर्थ रूप से खेतों में बह रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि इस नहर नाली की सफाई नहीं की जाती है, नहर कचरा से अटा पड़ा हुआ है, कुलापा भी टुट गया है, जिससे विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा मरम्मत नहीं कराया जा रहा है, नतीजन खेतों में व्यर्थ रूप से पानी बह रहा है। हमारे प्रतिनिधि के द्वारा ली गई फोटो को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है, की खेतों में कितनी मात्रा में व्यर्थ रूप से पानी बह रहा होगा। वही, जल संसाधन विभाग के द्वारा जर्जर हो चूकी नहरों पर क्षमता से अधिक पानी छोड़ दिया जाता है, दबाव बढ़ने की वजह से जर्जर हो चूकी जगह टुट जाती है, और पानी बाहर व्यर्थ रूप से बहने लगता है। जिस पर विभाग को ध्यान देने की आवश्यकता है। वही, नहरों की समय समय पर साफ सफाई नहीं होने से किसानों के के खतों तक पानी पहुंचने में परेशानी आती है। जर्जर नहरों की वजह से 30 प्रतिशत पानी व्यर्थ बह जाता है। अधिकारियों को समय पर नहरों में सफाई अभियान चलाना चाहिए ताकि पानी खेतों तक पहुंच सके।