बलौदाबाजार,
फागूलाल रात्रे, लवन।
फागूलाल रात्रे, लवन।
छत्तीसगढ़ में पंचायत चुनाव फरवरी माह में संपन्न हुआ। चुनाव संपन्न हुए लगभग 8 महीने बीत चुके हैं परंतु अब तक जिले के किसी भी ग्राम पंचायत को 15 वे वित्त आयोग की राशि का आवंटन नहीं किया गया है।15वें वित्त की राशि नहीं आने के चलते पंचायत के विकास कार्य रुक गए हैं और ग्रामीण जनता को पेयजल स्वच्छता सड़क नाली जैसे आवश्यक कार्यों में गंभीर दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है। जनपद पंचायत बलौदाबाजार सरपंच संघ अध्यक्ष मोहन बंजारे ने बताया कि दीपावली पर्व बीत गए। पंचायत चुनाव हुए 8 महीने हो गए किंतु पंचायतो को अब तक 15 वे वित्त आयोग की राशि का आवंटन नहीं हुआ है। जिससे विकास योजनाएं पूरी तरह से ठप है। अधिकारियों से केवल आश्वासन ही मिल रहा है। सरपंचों को ग्रामीणों के बीच नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि जनता उनसे विकास की उम्मीद रखती है लेकिन संसाधन उपलब्ध नहीं है। मोहन बंजारे ने बताया कि पिछले जनप्रतिनिधियों के कार्यकाल में कई पंचायत का कोष खाली कर दिया गया और अब नई निर्वाचित पंचायते आर्थिक संकट से जूझ रही है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत ही ग्रामीण विकास की पहली सीढ़ी है अगर इन्हे ही वित्तीय रूप से कमजोर कर दिया जाए तो गांव का विकास रुक जाता है।
15 वे वित्त की राशि रुकने से हो रही समस्या : मोहन बंजारे
15 वे वित्त आयोग की राशि केंद्र सरकार द्वारा ग्राम पंचायत को दी जाने वाली एक महत्वपूर्ण राशि होती है जिससे पंचायत के लगभग सभी विकास कार्य संचालित होते हैं। यदि यह राशि और अधिक समय तक रोकी गई तो गांव में स्वच्छता पेयजल सड़क और सामुदायिक योजनाएं गंभीर रूप से प्रभावित होगी। सरपंच ने मीडिया के माध्यम से भी सरकार और संबंधित विभागों से अपील की है कि इस मुद्दे पर तुरंत संज्ञान लिया जाए और पंचायत को शीघ्र विधि सहायता प्रदान की जाए ताकि गांव का विकास कार्य फिर से गति पकड़ सके 15वें वित्त आयोग की राशि केवल एक अनुदान नहीं बल्कि ग्रामीण विकास की आत्मा है। इसे जारी करना अब अत्यंत आवश्यक है।











