बलौदाबाजार,
फागूलाल रात्रे, लवन।
फागूलाल रात्रे, लवन।
एक तरफ सर्व शिक्षा अभियान के तहत गांव-गांव तक बच्चों को शिक्षित करने का प्रयास कर रही है, वही दूसरी ओर सरकार की इन कोशिशों को स्कूल के अध्यापक ही पलीता लगा रहे है। ताजा मामला इन दिनों सोशल मिडिया पर एक विडियों तेजी से वायरल हो रहा है। इस विडियों में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय प्रांगण लवन में दो छोटे-छोटे ननिहालों के द्वारा कुर्सी को उठाकर स्कूल अंदर रख रहे है। यह विडियो चर्चा का विषय बना हुआ है। सोशल मिडिया में लोगों का कहना है कि बच्चें विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने आते है। अध्यापक उनको शिक्षा देने के बजाय उनसे काम ले रहे है। हालांकि बच्चों की काम करने की उम्र भी नहीं है। श्रम कानून भी नाबालिक बच्चों से काम करने की इजाजत नहीं देता है। फिर भी यहां के अध्यापक के द्वारा कुर्सी की ढुलाई बच्चों से कराई जा रही है। तस्वीरों में साफ तौर पर देखी जा रही है। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों का प्रतिक्रिया भी सामने आई है, जिसमें उनके द्वारा कहा जा रहा है कि ऐसे शिक्षक पर कठोर कारवाई होनी चाहिए।
क्या कहते है प्राचार्य जोशी
मिडिल स्कूल के बच्चों से कुर्सी को अन्दर रखने के लिए बोला गया होगा। इसमें कुछ गलत नहीं है। बाहर पड़े कुर्सी को अन्दर ही रख रहे है।
हरिशंकर जोशी, प्राचार्य
शा.उ.मा.वि. लवन











