7 अगस्त को 7 सुरक्षित प्रसव हुआ
बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।
फागुलाल रात्रे, लवन।
सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र लवन में प्रसव कराने वालों की संख्या बढ़ रही है। पहले की अपेक्षा भीड़ बढ़ने लगी है। डिलीवरी के लिए गर्भवती महिलाएं लवन अस्पताल को अच्छा मान रही है, जिसकी वजह से यहां गर्भवती महिला प्रसव कराने पहुंच रही है। लवन अस्पताल में हर दिन नन्हे बच्चों की किलकारी सुनाई पड़ रही है। सुरक्षित प्रसव होने पर आसपास के लोग प्रसव कराने पहुंच रहे है। 01 जूलाई 2024 से 08 अगस्त 2024 तक 55 प्रसुताओं का सुरक्षित प्रसव किया गया। इनमें से कुछ प्रसुता ऐसी रही जिन्हे कुछ दिन रूकने के बाद डिलवरी हुई। वही, डॉक्टर शशी कुमार जायसवाल के कुशल नेतृत्व में 07 अगस्त को 7 प्रसुताओं का सुरक्षित प्रसव कराया गया। जिनमें सभी स्वस्थ्य है। 01 जुलाई से 8 अगस्त तक लगभग 3000 सामान्य सर्दी, खासी के मरीज ईलाज कराने पहुंचे। जिन्हे डाॅक्टरों के द्वारा चेकअप कर ईलाज किया गया। वही, भर्ती मरीजों की संख्या 460 रही।
चिकित्सा अधिकारी डाॅ. शशी कुमार जायसवाल ने बताया कि घर में प्रसव होने पर जच्चा-बच्चा की हालत बिगड़ने पर अस्पताल लाना पड़ता है। ऐसे में सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र या जिला अस्पताल में ही महिलाओं का प्रसव कराए, स्वास्थ विभाग का प्रयास रहता है कि महिलाओ का संस्थागत प्रसव कराया जाए। डाॅ. जायसवाल ने कहा कि कोई भी महिला गर्भवती है तो उसकी जांच कराकर टीके जरूर जगवाएं। परिजनों को प्रसव सरकारी अस्पताल में ही कराने के लिए प्रेरित करें। सरकार द्वारा संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने जननी सुरक्षा योजना चला रही है। योजना का उद्देश्य संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देकर मातृ व शिशु मृत्यु दर को रोकना है। योजना में सरकारी अस्पताल पर प्रसव कराने पर प्रसूताओं को 14 सौ रूपए मदद दिए जाते है, तथा शहरी क्षेत्र में एक हजार रूपये आर्थिक मदद दिए जाते है। डाॅ जायसवाल ने यह भी कहा कि सुरक्षित डिलीवरी के लिए समय से महिला का अस्पताल पहुंचना जरूरी होता है। लेट होने पर परेशानी बढ़ जाती है। इसलिए डिलीवरी का समय आने पर तुरंत ही अस्पताल पहुंचकर सुरक्षित प्रसव करावें। सरकारी अस्पताल के प्रति धीरे-धीरे लोगों में जागरूता देखी जा रही है, पहले लोग सरकारी अस्पताल के नाम से डरते थे, अब वही लोग सरकारी अस्पताल पहुंचकर ईलाज करा रहे है। वही, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लवन में हर माह 9 एवं 24 तारीख को विशेष रूप से प्रधानमंत्री मातृत्व अभियान भी चलाया जाता है, जिसमें गर्भवती महिलाओं की पूर्ण जांच की जाती है। इस बार 9 तारीख को अवकाश होने के कारण 8 तारीख को प्रधानमंत्री मातृ तो सुरक्षित अभियान रखा गया। जिसमें 25 से 30 महिलाओं का जांच किया गया। जिसमें विशेष रूप से सहयोग डॉक्टर शशी कुमार जायसवाल अस्पताल प्रभारी, डॉ बलराम नर्सिंग स्टाफ एम जॉन, आकांक्षा, गुंजेश्वरी, किरन का सहयोग रहा।