बलौदाबाजार,
फागूलाल रात्रे, लवन।
फागूलाल रात्रे, लवन।
विकास की इस दौर मेें ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें अभी भी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है। सरकार या जनप्रतिनिधि भले सड़को का जाल बिछा देने का दावा कर रही हो लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि अभी भी ऐसे गांव है जहंा शहर से ग्रामीण सड़कों को जोड़ने वाली सड़क अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को मजबुर है। लवन क्षेत्र में दर्जनों से भी अधिक गांव ऐसे है जहंा जर्जर गढ्ढानुमा सड़क अपने जिर्णोद्वार के इंतजार में है। इसका जीता जागता उदाहरण बलौदाबाजार विकासखण्ड अंतर्गत आदर्श ग्राम पंचायत मुण्डा से बरदा पहुंच मार्ग की देखी जा रही है। इस मार्ग की लम्बाई 2.5 किमी है, जिसे 2018 में बनाया गया है। वर्तमान में सड़क पर अनगिनत जानलेवा खतरनाक गढ्ढे निर्मित हो गए है। बारिश होने पर गढ्ढों में पानी भर गया है। राहगीरों को पानी भरे मार्ग में गढ्ढों की गहराई को ठीक से भाप नहीं पाते है, और इस वजह से रोजाना छोटी-मोटी दुर्घटनाएं हो रही है। जिसका प्रमुख जिम्मेदार प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के जिम्मेदार अधिकारी, कर्मचारी है। सड़क बनाने के बाद मरम्मत एवं जीर्णोद्वार कार्य पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया गया है, जिसकी वजह से इस रोड की दुर्दशा इस प्रकार हुई है। मुण्डा से बरदा पहुंचमार्ग मार्ग सड़क की हालत इतनी बदत्तर हो चूकी है कि अब यह मार्ग सड़क कम और गढ्ढे ज्यादा दिख रहे है, कुछ दिनों तक ऐसी ही हालत रही तो यह गढ्ढा तालाबनुमा बन जायेगा। बरसात के दिनों में उक्त सड़क जलभराव का शिकार हो गया है, जिससे आने-जाने वालों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि इस मार्ग से गुजरना अब खुद को संकट में डालने जैसा हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि आए दिन दोपहिया वाहन फिसलने से लोग घायल हो रहे है। वही स्कूल कॉलेज जाने वाले छात्र छात्राओं और महिलाएं सबसे अधिक परेशानी झेल रही है। ग्रामीणों का कहना है कि संजीवनी वाहन 108 और 102 जैसी एम्बुलेंस सेवाएं भी इस उबड़-खाबड़ सड़क पर बड़ी मुश्किल से पार कर पाते है। वही, गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक ले जाना किसी चुनौती से कम नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि जब कांग्रेस सरकार थी, तब भाजपा के लोग सड़कों की दुर्दशा को लेकर प्रदर्शन करते थे, मगर अब खुद सत्ता में आने के बाद भी सड़क सुधार की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। वही, इसी मार्ग पर रोड किनारे घास व बड़ी मात्रा में झाड़िया उग आई है। जिसकी वजह से आने-जाने वाले स्थानीय राहगीरों को काफी परेशानियां का सामना करना पड़ रहा है। इस रोड को 2018 में बनाई गई है। जिसकी गारंटी 2023 तक थी। अब इसकी जिम्मेदारी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क निर्माण के अधिकारी कर्मचारियों की है। ग्रामीणों की मांग है कि दुर्घटना की आशंका को देखते हुए इस रोड का मरम्मत कार्य एवं घास, झाड़ियों की सफाई की जाये, जिससे स्थानीय राहगीरों को परेशानी न हो।











