दो लाख क्वींटल धान की खरीदी में से महज़ छै हजार क्वींटल का ही परिवहन
खुले आसमान के नीचे पड़ा है करोड़ो का धान, समिति प्रबंधको में चिंता
बलौदाबाजार,
फागूलाल रात्रे, लवन।
फागूलाल रात्रे, लवन।
समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए जिला सहकारी बैंक लवन, शाखा लवन अंतर्गत इस वर्ष 14433 किसानो ने अपना पंजीयन कराया है, हालांकि इस संख्या में अभी बढ़ोतरी हो सकती है। इनमें से 5762 किसान ही उपार्जन केन्द्र पहुंच पाए है, जबकि धान खरीदी प्रारंभ हुए एक माह हो गया है। 8671 किसान ऐसे है जिन्होंने अपना धान समर्थन मूल्य पर नहीं बेच पाये है, इन्हें अब भी अपनी बारी या टोकन कटने का इंतजार है। वही, उपार्जन केन्द्र कोरदा में अधिकांश कृषको का रकबा अधिक होने के चलते ऑनलाइन टोकन नहीं कट पा रहा है। ऑफलाइन में भी टोकन कटवाने के लिए कृषकों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। वही, खरीदी किये गये धान का उठाव नहीं होने के चलते समिति केन्द्रों में धान बफर लिमिट से कई गुना धान अधिक हो गया है, उठाव नहीं हो रहा है, जिसके चलते समिति प्रबंधक परेशान हो रहे है।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी 17 नवम्बर से प्रारंभ की गई है, जिसके अब एक माह पूरे हो चूके है। इस साल लवन शाखा अंतर्गत 14433 किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए पंजीयन करवाया है, लेकिन धान बेचने उपार्जन केन्द्र तक पहुंचने वालों की संख्या फिलहाल के लिए 5762 किसान ही पहुंच पाए है। धान बेचने वाले इन किसानों को अब तक 5306 करोड़ रूपये का भुगतान हो चूका है, वही, इन किसानों से 16 करोड़ 48 लाख रूपये ऋण की वसूली की जा चूकी है। इस वर्ष धान बेचने के लिए 70 प्रतिशत तक ऑनलाइन के माध्यम से टोकन जारी हो रहे है, जबकि 30 प्रतिशत समिति केन्द्रों में काटे जा रहे है। धान बेचने के लिए अनुपात में बड़ा अंतर होने के कारण बड़ी संख्या में किसान टोकन प्राप्त करने से वंचित रह जा रहे है। यही कारण है कि 8 हजार से अधिक किसान उपार्जन केन्द्रों तक नहीं पहुंच पाए है।
वही, किसानों का कहना है कि इस साल धान कटाई के दौरान ही बारिश ने परेशान किया इस वजह से खेतों मे पानी जमा व काफी अधिक नमी हो गया, जिससे धान की कटाई, मिंजाई पिछड़ गई। इसके अलावा हार्वेस्टर से धान की मिंजाई करवाने वाले किसानों को इस साल खेत गीला होने के कारण हार्वेस्टर की सुविधा नहीं मिल सकी। धान की कटाई मजदूरों के भरोसे ही करवाई गई। इसलिए काफी लेट हो गई, अब वर्तमान में धान बेचने के लिए किसानों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। वही, उपार्जन केन्द्रों के समिति प्रबंधकों का कहना है कि बफर लिमिट से धान अधिक होने के बाद भी केन्द्रो से धान का उठाव नहीं हो रहा है। समिति प्रबंधकों के ऊपर दबाव काफी बढ़ता जा रहा है। उनका कहना है कि लम्बे समय तक धान खुले आसमान के नीचे जाम होने पर धान में सुखत की समस्या आ रही है, जिसका जिम्मेदार शासन के द्वारा समितियों को ही मानी जा रही है। लवन शाखा अंतर्गत 15 उपार्जन केन्द्रों में अब तक 2 लाख 30 हजार 732 क्वींटल धान की खरीदी की जा चूकी है, जिसमें से 5720 क्वींटल धान का ही परिवहन हो सका है, शेष धान समिति केन्द्रों में जाम पड़ा हुआ है।
क्या कहते है शाखा प्रबंधक
खरीदी की लिमिट बढ़ाई गई है, जिसके चलते धान की आवक तेज हो गई है। धान का उठाव के लिए उच्चधिकारियों को पत्र लिखा गया है, साथ ही मौखिक रूप से जानकारी दी गई है।
गिरधारी ध्रुव, शाखा प्रबंधक
जिला सहकारी बैंक शाखा लवन,











