बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।
फागुलाल रात्रे, लवन।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक नल जल योजना को घर-घर तक पहुंचाने का काम बलौदाबाजार विकासखंड के कई गांवो में चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा है कि ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मिले किंतु विकासखंड के कई ग्राम पंचायतो में आज भी पानी टंकी का निर्माण कहीं 6 माह तो कहीं 4 महीने से अधूरा पड़ा हुआ है। जिसके चलते केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना नल जल योजना कागजों में ही दौड़ रही है। ठेकेदारों की लापरवाही व अधिकारियों की सुस्त मॉनिटरिग से इस योजना को पलीता लग रहा है। हालत तो यह है कि पाइपलाइन बिछने घरों में नल कनेक्शन लग जाने के कई महिनों के बाद भी पानी टंकी निर्माण की कछुआ चाल गति के चलते बलौदा बाजार विकासखंड के अधिकतर गांवों के लोगों को जल जीवन मिशन का लाभ नहीं मिल रहा है। भीषण गर्मी के समय में भी लोगों को पेयजल के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ग्रामीण हैंडपंप व कुएं का पानी पीने को मजबूर है। ऐसे में ठेकेदारों की लापरवाही व विभाग की उदासीनता के कारण विकासखंड में नल जल योजना सिर्फ कागजों तक ही सिमट कर रह गई है।
केंद्र की मोदी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को शुद्ध पेयजल घरों में ही मिले इसके लिए नल जल योजना शुरू की जिसके तहत गांवो में पाइपलाइन बिछाने घरों में नल कनेक्शन लगाने से लेकर पानी टंकी का निर्माण किया जा रहा है। वहीं पाइप लाइन बिछाने एवं घरों में नल कनेक्शन लगाने का ही कार्य प्राय: प्रायः सभी ग्राम पंचायतो में पूर्ण हो गया है तो पानी टंकी का निर्माण ठेकेदारों की लापरवाही के चलते अधूरे पड़े हुए हैं। विकासखंड के मुंडा बरदा गिंदोला के आश्रित गांव धौराभाठा चिचीरदा चिरपोटा, डोंगरा, सिरियाडीह, अहिल्दा, करदा, पंडरिया सहित कई ग्राम पंचायतो में पानी टंकी निर्माण कार्य को अधूरा छोड़कर ठेकेदार नदारत हैं। ग्राम पंचायत मुंडा के वार्ड क्रमांक 4 पंच प्रतिनिधि कमलेश रजक पंच प्रतिनिधि परमेश्वर साहू दिलीप वर्मा पंच उमाशंकर वर्मा प्रवीण पांडेय ने बताया कि मुंडा में जल जीवन मिशन के तहत पाइपलाइन बिछाने नल कलेक्शन चैंबर बनाने एवं पानी टंकी निर्माण का ठेका रायपुर के संजय अग्रवाल के द्वारा लिया गया है। जिनके द्वारा संबंधित कार्य का बोर्ड नहीं लगाया गया है। नल कलेक्शन चेंबर बनाने के दौरान ठेकेदार के द्वारा शुरुआत से ही जमकर भ्रष्टाचार किया गया। सीमेंट नहीं के बराबर डाला गया। चेंबर बनाने के दौरान संबंधित विभाग के कोई भी अधिकारी निरीक्षण करने नहीं पहुंचे जिसका फायदा ठेकेदार के कर्मचारियों के द्वारा उठाया गया।जिसके चलते चैंबर बनाने के कुछ दिनों के बाद ही चेंबर टूटना प्रारंभ हो गया। वहीं कई घरों में चेंबर का निर्माण भी नहीं किया गया। पानी टंकी का निर्माण किया जा रहा है तो ठेकेदार के द्वारा कभी 4 महीने तो कभी 2 महीने निर्माण कार्य को बंद कर दे रहे हैं। ठेकेदार के सुपरवाइजर को बोलने पर आजकल में कार्य चालू हो जाएगा कहकर पल्ला झाड़ रहें हैं। इसी तरह का हाल ग्राम पंचायत गिंदोला के आश्रित गांव धौराभाठा का है जहां जल जीवन मिशन के तहत पानी टंकी निर्माण कार्य का ठेका वर्मा ट्रेडर्स एवं मटेरियल सप्लायर के द्वारा लिया गया है जिसका लागत राशि 73 लाख 39 हजार रुपए हैं। साल भर होने को है और पानी टंकी निर्माण कार्य अधूरा है। सरपंच घनाराम पटेल ने बताया कि पानी टंकी का निर्माण कार्य अभी भी अधूरा है और पिछले दो-तीन माह से निर्माण कार्य को अधूरा छोड़कर ठेकेदार के कर्मचारी यहां से चले गए हैं।
इस संबंध में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग के एसडीओ आरके ध्रुव ने बताया कि ठेकेदारों की कमजोरी की वजह से काम रुका हुआ है। काम को अधूरा छोड़ देने वाले ठेकेदारों को नोटिस दिया गया है।