बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।
फागुलाल रात्रे, लवन।
इस वित्तीय वर्ष 2023-24 में राज्य सरकार द्वारा समर्थन मूल्य में धान की खरीदी रिकार्ड तोड़ की जा रही है। जिसके चलते धान खरीदी केन्द्रों में धान रखने की जगह नहीं है। बफर लिमिट से तीन से चार गुना अधिक धान की खरीदी अब तक की जा चूकी है। इस बार धान की खरीदी से किसान वर्ग काफी खुश है। मायूसी केवल अंतर की राशि को लेकर है। सरकार के द्वारा घोषणा के अनुरूप किसानों को अंतर की राशि का इंतजार है। वही, इस वर्ष धान खरीदी केन्द्रो में समितियों की चिंता बढ़ गई है। क्योंकि धान का उठाव नहीं हो रहा है। इस समय काफी अधिक मात्रा में धान खुले में पड़ा हुआ है। जिसके चलते स्थिति यह हो गई है कि कई खरीदी केन्द्रो में धान रखने तक की जगह नहीं है। बफर लिमिट से तीन गुना धान केन्द्रो में रखा हुआ है, वहीं डीओ जारी नहीं होने के चलते मिलर्स धान का उठाव नहीं कर रहे है।
उल्लेखनीय है कि इस वित्तीय वर्ष में धान की खरीदी एक नवम्बर से 31 जनवरी तक की गई थी। लेकिन इस बीच कुछ किसानों का धान की खरीदी नहीं हो पाया था। क्योंकि जनवरी माह में असमय बारिश हो गया था। जिसके चलते 5 से 6 दिनों तक धान की खरीदी नहीं हो पाया था। फिलहाल किसानों की मांग पर राज्य सरकार के द्वारा खरीदी का समय 4 फरवरी रविवार तक बढ़ा दिया गया है। आपको बता दें कि जिला सहकारी बैंक लवन की शाखा लवन के अन्तर्गत 15 उपार्जन केन्द्र आते है। इन 15 उपार्जन केन्द्रो में इस वर्ष 14034 किसान पंजीकृत है। जिनमें से 13 हजार 715 किसानों के द्वारा 7 लाख 29 हजार 580 क्वींटल धान बेचा गया है। इस वर्ष 97 प्रतिशत तक धान की खरीदी की गई। 319 किसानों ने समर्थन मूल्य पर अपना धान नहीं बेचा है। वही, खरीदी किये गए 7 लाख 29 हजार क्वींटल में से 4 लाख 26 हजार 996 क्वींटल धान का परिवहन अब तक किया जा चूका है। शेष 3 लाख 2584 क्वींटल धान का उठाव होना बाकि है। धान खरीदी के साथ ही धान का उठाव नहीं होने की वजह से समिति प्रबंधकों की चिंता बढ़ गई है। अधिकतर समिति केन्द्रों में धान रखने की जगह नहीं है, किराये की जगह पर धान को रखे हुए है। धान का उठाव सहीं समय पर नहीं किया गया तो सुखत की समस्या भी होगी। वही, यदि बदली से बारिश होती है तो नमी बढ़ जाएगी। दोनो ही स्थिति में समिति व सरकार को नुकसान होगा।
आपको बता दें कि धान का उठाव नहीं होने के लिए सहकारी समिति के सदस्य मिलर्स को जिम्मेदार बता रहे है। जानकारी के अनुसार मिलर्स नजदीक वाली जगह का धान का उठाव कर रहे है, लेकिन दुर वाले जगह का उठाव नहीं कर रहे है। वही, मिलर्स लोगों का कहना है कि इस बार क्षमता ज्यादा धान की खरीदी हो गई है, उनके पास भी रखने के लिए जगह नहीं है। उनके पास गाडि़या भी सीमित है।
क्या कहते है शाखा प्रबंधक
समिति केन्द्रों का धान का उठाव के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है। यदि सही समय पर धान का उठाव नहीं किया गया तो धान को चूहा वगैरह नुकसान कर देगा। साथ ही असमय बारिश से भी धान में नमी आने से धान खराब हो जायेगा।
शिव कुमार साहू, शाखा प्रबंधक
जिला सहकारी बैंक लवन, शाखा-लवन