बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।
फागुलाल रात्रे, लवन।
शासकीय महाविद्यालय लवन के प्राणी शास्त्र विभाग और नंदनवन जंगल सफारी नया रायपुर अटल नगर के संयुक्त तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर अशोक कुमार उपाध्याय के मार्गदर्शन में हुए इस आयोजन में मुख्य अतिथि एवं वक्ता भारतीय वन सेवा अधिकारी जंगल सफारी के डायरेक्टर सह डीएफओ धम्मशील गनवीर थे। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि बाघ अंब्रेला स्पीशीज और शीर्ष शिकारी होने के कारण वन पारिस्थितिक तंत्र हेतु महत्वपूर्ण होते हैं। यह वन में अन्य जीवों और पादपों के अस्तित्व हेतु भी आवश्यक हैं। भारतीय वनों में बाघ की उपस्थिति उस वन की पारिस्थितिक दृष्टिकोण से सफलता की सूचक मानी जाती है, उन्होंने कहा कि जिन वनों में बाघ उपस्थित होते हैं वहां इको टूरिज्म की संभावना बढ़ जाती है। छत्तीसगढ़ में वाइल्डलाइफ बायोलॉजी और संबंधित क्षेत्र के विकास की अपार संभावनाएं हैं और इसे रोजगार सृजन के अवसर भी प्राप्त होते हैं। मानव वन्यजीव सह अस्तित्व पर्यावरण और वन्यजीव संरक्षण हेतु महत्वपूर्ण है जिसके विषय में युवाओं और वन क्षेत्र के ग्रामीणों में जागरूकता का प्रसार आवश्यक है।
जंगल सफारी के निदेशक गनवीर ने बताया कि वन्य जीव संरक्षण हेतु युवाओं को उन्मुख करने के लिए नंदनवन जंगल सफारी द्वारा युवान कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है जिससे जुड़कर छात्र-छात्राएं और वन्य जीव प्रेमी स्वयंसेवक के रूप में सक्रिय भागीदारी निभा सकते हैं। कार्यक्रम में वनरक्षक चंद्रमणि साहू ने कहा कि वर्ष 2010 के सेंट पीटर्सबर्ग सम्मेलन के उपरांत 13 टाइगर रेंज कंट्रीज में बाघों के संरक्षण हेतु यह दिवस मनाया जाता है। भारत, बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार, नेपाल, रूस, कंबोडिया, चीन इंडोनेशिया, मलेशिया, लाओस, थाईलैंड और वियतनाम सहित देश में विश्व के अधिकांश भाग पाए जाते हैं। भारत में विश्व के बाघों की आबादी का 70% स्थित है . भारत में बाघों की संख्या 3682 और छत्तीसगढ़ में 17 है। वन्य जीव विशेषज्ञ रिचा गोस्वामी ने अपने उद्बोधन में बाघों की वर्गिकी, विश्व में पाए जाने वाली बाघ की छह प्रजातियां और बाघ संरक्षण से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अपने विचार साझा किया। उक्त कार्यक्रम में वन्य जीव विशेषज्ञ उपेंद्र साहू, सारंगढ़ महाविद्यालय से सहायक प्राध्यापक मुकेश पटेल सहित प्रदेश के अनेक वन्य जीव प्रेमी एवं वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर सम्मिलित हुए। कार्यक्रम के संयोजक प्राणी शास्त्र के विभाग अध्यक्ष अजय मिश्रा ने कहा कि भारत सरकार जैव प्रौद्योगिकी विभाग की स्टार कॉलेज योजना के अंतर्गत महाविद्यालय द्वारा जैव विविधता अध्ययन और संरक्षण के अनेक प्रयास किये जा रहे हैं, उन्होंने नंदनवन जंगल सफारी के साथ वन्य जीव संरक्षण केंद्रित गतिविधियों में छात्र-छात्राओं की सहभागिता की बात कह कर धन्यवाद ज्ञापित किया।