बलौदाबाजार,
फागूलाल रात्रे, लवन।
फागूलाल रात्रे, लवन।
बरसात के बाद तेज धूप और फिर बढ़ती उमस से हर कोई परेशान है। जिसका लोगों की सेहत पर सीधा असर पड़ रहा है। तापमान में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव के चलते अस्पतालो की ओपीडी में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। रोजाना 100 से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे है। इनमें सर्दी, खांसी, बुखार, सिरदर्द, उल्टी और दस्त जेसे लक्षणों से पीड़ित मरीज पहुंच रहे है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लवन में इन दिनों मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। हालांकि अस्पताल में एमबीबीएस डॉक्टरों की उपस्थिति के कारण मरीरो को काफी राहत भी मिल रही है।
गौरतलब हो कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लवन में प्रसव कराने वालों की संख्या बढ़ रही है। पहले की अपेक्षा भीड़ बढ़ने लगी है। डिलीवरी के लिए गर्भवती महिलाएं लवन अस्पताल को अच्छा मान रही है, जिसकी वजह से यहंा गर्भवती महिला सुरक्षित प्रसव कराने पहुंच रही है। सितम्बर माह में 33 प्रसुताओं का सुरक्षित प्रसव किया गया। 29 सितम्बर को एक ही दिन में 6 महिलाओं का प्रसव कराया गया। इसके अलावा सितम्बर माह में ही ओपीडी में करीब 1978 मरीज पहुंच हुए थे। वही, आईपीडी में मरीजों की संख्या 134 रही। तथा जहर सेवन के 10 मरीज, डॉग बाईट 16 मरीज एवं सर्प काटने के 4 मरीज पहुंचे हुए थे। इसके अतिरिक्त 206 मरीजों का नेत्र जांच नेत्र सहायक अधिकारी दुर्गेश बंजारे के द्वारा किया गया।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लवन में खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवदीप बांधे ने बताया कि मौसम के इस उतार-चढ़ाव के बीच सावधानी बरतना बहुत ही आवश्यक है। इस मौसम में ठंडे पदार्थो के सेवन करने के साथ धूप से बचने की बात कही है। साथ ही सर्दी, जुकाम और खांसी होने पर चिकित्सक से संपर्क करने को अपील की है। सतर्कता से ही बीमारियों से बचा जा सकता है। अगर फिर भी बीमार हो जाएं तो चिकित्सक से जरूर मिले। कभी बारिश, कभी धूप, कभी उमस होने के चलते इस प्रकार के मरीज आ रहे है। लोगों को मौसम में परिवर्तन को देखते हुए हाथ धोकर भोजन करना चाहिए। पानी को उबालकर पीना चाहिए। बारिश में भीगने से बचे, क्योंकि सर्दी जुकाम भीगने से ही ज्यादा होता है। बारिश के दौरान पर्याप्त मात्रा में शुद्व पानी पीये। हल्का परेशानी होने पर तुरंत स्वास्थ्य केन्द्र पहुंच डॉक्टरों से चेकअप कराए और लोगों को तला हुआ खाना से बचना चाहिए।











