176 है दर्ज संख्या, व्यवस्था में हाई स्कूल के टीचर दे रहे है शिक्षा
बलौदाबाजार,
फागूलाल रात्रे, लवन।
फागूलाल रात्रे, लवन।
राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षा का हक व अनिवार्य शिक्षा जैसे कानून बनाने के बावजूद जिले के अंतिम छोर पर बसे गांव के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है। वहीं, एक तरफ छत्तीसगढ़ सरकार बच्चों की शिक्षा के लिए स्कूलों को अपग्रेड कर रही है। पीएम श्री योजना के तहत कई सरकारी स्कूलो का कायाकल्प करके उनमें शिक्षकों की व्यवस्था की गई। लेकिन आज भी कई स्कूल ऐसे है जो अपनी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे है। ऐसा ही एक स्कूल बलौदाबाजार विकासखण्ड के अंतिम छोर पर बसे गांव पण्डरिया के पूर्व माध्यमिक शाला पण्डरिया में है। यहंा पढ़ाने के लिए केवल एक शिक्षक के भरोसे 176 छात्रों का भविष्य है, जो कक्षा 6वीं से कक्षा 8वीं तक की पढ़ाई करा रहे है।
गौरतलब हो कि पूर्व माध्यमिक शाला पण्डरिया में तीन शिक्षक हुआ करते थे। लेकिन एक शिक्षक अरूण कुमार साहू विभागीय बी.एड प्रशिक्षण में वर्ष 2024 से चले गए है। वही, एक शिक्षक राजेन्द्र दास मानिकपुरी ज्वाईन करते ही अपर कलेक्टर कार्यालय में ऑफिस अटैच है। केवल एक शिक्षक रामचन्द्र श्रीवास के द्वारा मिडिल स्कूल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हालांकि पूर्व माध्यमिक शाला में हाई स्कूल भी संचालित होता है, जिसमें से शिक्षक अपने-अपने विषय के आधार पर टाइम टेबल बनाकर बच्चों को पढ़ा रहे है। मिडिल स्कल के शिक्षक रामचन्द्र श्रीवास हिन्दी, अंग्रेजी विषय पढ़ा रहे है, तो शेष विषयों की पढ़ाई हाई स्कूल के शिक्षकों के द्वारा व्यवस्था के तहत पढ़ाई जा रही है। जब हमने मिडिल स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से इस मामले को लेकर बात की तो वहंा के अध्ययनरत करने वाले छात्र सौरभ पटेल कक्षा 7वीं, व कक्षा 6वीं की छात्रा प्रज्ञा पटेल ने बताया कि हमारे विद्यालय में केवल एक ही शिक्षक है। शिक्षकों की कमी की वजह से हमारी पढ़ाई नहीं हो पाती है। जो एक शिक्षक है जिसके द्वारा यहंा संचालित होने वाली सभी कक्षा में आते है पढ़ाई कराते है। और बीच-बीच में हाई स्कूल के शिक्षक पढ़ाई कराने क्लास आते है। वही, दूसरी ओर इस स्कूल में अपने बच्चों को भेजने वाले अभिभावक भी परेशान है। उनका कहना है कि बच्चों की जिस तरह से पढ़ाई हो रही है उससे उनका भविष्य खतरे में है। बच्चों को बेस पढ़ाई की आवश्यकता है, बेस मजबूत रहेगा तभी विद्यार्थी आगे जाकर सफल हो पायेंगे। ग्राम पण्डरिया के जनप्रतिनिधियों का कहना है कि मिडिल स्कूल में शिक्षक की व्यवस्था को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी बलौदाबाजार के पास दो बार लिखित में शिकायत दिया जा चूका है, उनके द्वारा केवल आश्वासन ही मिल रहा है। लेकिन अभी तक शिक्षक की व्यवस्था नहीं हो पाई है। शिक्षक की कमी के वजह से यहंा के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
मिडिल स्कूल पण्डरिया में तीन शिक्षक पदस्थ थे। जिनमें से एक शिक्षक विभागीय बी.एड प्रशिक्षण के लिए चला गया है। दूसरा शिक्षक राजेन्द्र दास मानिकपुरी अपर कलेक्टर कार्यालय में ऑफिस अटैच कर दिया है। शिक्षक की कमी के चलते हाई स्कूल के शिक्षकों के द्वारा टाइम टेबल बनाकर बच्चों की पढ़ाई करवाई जा रही है।
रामचन्द्र श्रीवास, शिक्षक
क्या कहते है जिला शिक्षा अधिकारी
आपके माध्यम से मामला संज्ञान में आया है, पण्डरिया में शिक्षक की कमी है तो दिखवा लेता हॅू।
संजय गुहे, जिला शिक्षा अधिकारी
जिला बलौदाबाजार











