बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।
फागुलाल रात्रे, लवन।
नगरीय निकाय चुनाव की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है प्रत्याशियों का प्रचार प्रसार तेज होते जा रहे हैं। चुनाव करीब होने के कारण चुनावी जंग में उतरे प्रत्याशी प्रचार प्रसार में जमकर पसीना बहा रहे हैं। कोई भी प्रत्याशी किसी से पीछे रहना नहीं चाह रहा है और अपने-अपने हुनर से मतदाताओं को लुभाने में जुटे हुए हैं। एक ओर प्रत्याशी प्रचार प्रसार में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं वहीं, दूसरी और मतदाता विकास करने वाले एवं अच्छे व्यक्तित्व वाले प्रत्याशी की परख कर रहे हैं। प्रत्याशियों के भाग्य में 11 फरवरी को मुहर लग जाएगी और उनके भाग्य का फैसला 3 दिन बाद यानी 15 फरवरी को किया जाएगा।
गौरतलब है की लवन नगर की सत्ता के लिए राष्ट्रीय पार्टियों से तीन प्रत्याशी और चार निर्दलीय सहित सात प्रत्याशी चुनावी मैदान में है। सत्ता रूढ़ दल भाजपा कांग्रेस बसपा और एक निर्दलीय प्रत्याशी के बीच सीधा मुकाबला होने के आसार नजर आ रहे है। इस बार अध्यक्ष पद के लिए होने वाले प्रत्यक्ष चुनाव के लिए भाजपा ने जहां शिवमंगल सिंह चौहान को अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया है वहीं कांग्रेस ने युवा नेता विनोद अनंत पर दांव खेला है। इसके अलावा बसपा से पूर्व अध्यक्ष डेरहा राम डहरिया और निर्दलीय प्रत्याशी पूर्व पार्षद राधेश्याम उर्फ कल्लू रात्रे अपने चुनाव चिन्ह स्टूल छाप पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इसमें से तीन प्रत्याशी भाजपा कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी से अधिकृत होकर अपने अपने पार्टियों के द्वारा किए गए विकास कार्यों एवं उनके क्रियाकलापों को लेकर मतदाताओं से वोट मांग रहे हैं तो वही निर्दलीय प्रत्याशी की पहचान एक जुझारु नेता के रूप में गिने जाते हैं, जो हर किसी की मदद के लिए हमेशा तत्पर तैयार रहते हैं। ऐसे में लवन नगर की मतदाता भी निर्दलीय प्रत्याशी के साथ खड़े होते दिखाई दे रहे हैं। इनके अलावा और भी तीन निर्दलीय प्रत्याशी है वह भी प्रचार प्रसार में कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं। बहरहाल नगर की गलियों में इन दिनों सिर्फ एक ही बात सुनाई देती है कि कौन किस पर भारी पड़ेगा किसके प्रचार में जोर है और कौन बाजी मार रहा है। इस तरह के गुणा भाग में लगे लोगों के दिन कैसे बीत जाते हैं इसका उन्हें पता ही नहीं चल रहा है। मतदान की तिथि को नजदीक देखते हुए प्रत्याशियों के बीच तिकड़म और दांव पेज का डर भी शुरू हो गए हैं ऐसे लोगों का एक ही उद्देश्य है कि किसी भी तरह मतदाताओं को रिझाना और उन्हें अपने पक्ष में करना है। इसके लिए प्रत्याशी घर-घर जाकर लोगों से संपर्क कर रहे हैं। नगर की सत्ता पर काबिज होने के लिए अध्यक्ष पद के दावेदार एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। वही पार्टियों से अधिकृत प्रत्याशियो को जिताने के लिए उनके नेता भी प्रचार प्रसार करने आ रहे हैं। इसी प्रकार नगर के 15 वार्डों के पार्षद पद के चुनाव की बात करें तो भाजपा और कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी के बीच ही सीधा मुकाबला होने के आसार बनते दिख रहे है।
अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों पर टिकी है नजर
विदित हो कि इस बार का नगरीय निकाय चुनाव के अध्यक्ष पद का चुनाव प्रत्यक्ष रूप से किया जा रहा है जिसमें मतदाता ही सीधे अध्यक्ष का चुनाव करेंगे। जबकि पूर्व के नगरीय निकाय चुनाव में पार्षद के द्वारा ही अध्यक्ष चुना जाता था। अध्यक्ष बनने के लिए पहले पार्षद बनना पड़ता था लेकिन मौजूदा चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए चुनावी अखाड़े में उतरा कोई भी प्रत्याशी अध्यक्ष चुना जा सकता है यही वजह है कि लोगों की निगाहें अध्यक्ष प्रत्याशी पर टिकी हुई है।