बलौदाबाजार,
फागूलाल रात्रे, लवन।
फागूलाल रात्रे, लवन।
खरीफ फसल की कटाई मिंजाई का कार्य इन दिनों तेजी से चल रहा है। आधुनिक संसाधनोें की अधिकता के बावजूद कई किसान पुराने साधनों पर निर्भर है। जिन किसानों के पास बैल या भैंस गाड़ी है वह किसान आज भी धान कटाई के पश्चात ढुलाई के लिए उपयोग में ला रहे है। धान की मिंजाई के पहले छोटे किसान खेत से खलिहान तक सुरक्षित ले जाने में पहले बैलगाड़ी का ही उपयोग करते थे। वर्तमान में हार्वेस्टर का उपयोग होने लगा है। समय और रूपये बचाने के लिए किसान इस सुविधा का प्रयोग करने लगे है। क्योंकि मजदूरों से धान की कटाई कराने में ज्यादा पैसा लग जाता है। डोंगरा के किसान
दिलेश वर्मा एवं ललाराम वर्मा ने अपनी धान की फसल को बैलगाड़ी से खलिहान तक पहुंचाकर ट्रैक्टर के माध्यम से धान की मिंजाई करते है। वही, आज के बदलते परिवेश में किसान आधुनिक संसाधन का उपयोग ज्यादा कर रहे है कुछेक गरीब किसान जो हार्वेस्टर मशीन से धान की कटाई कराने में सक्षम नहीं वह किसान आज भी बैलगाड़ी से धान की ढुलाई कराकर ट्रैक्टर या बैलों के माध्यम से धान की मिंजाई करा रहे है।










