बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।
फागुलाल रात्रे, लवन।
लवन अंचल के साप्ताहिक बाजारों में इन दिनों आम आदमी की थाली से हरी सब्जियां पूरी तरह गायब हो गई है। वर्तमान में हरी सब्जियां आम आदमी की पहुंच से बाहर होती नजर आ रही है। सब्जी में स्वाद के लिए उपयोग में आने वाला धनिया और हरी मिर्च 200 रूपये किलो के हिसाब से बिक रहा है। लौकी 30 भिंडी 80 कुंदरू 50 टमाटर 50 रूपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है। वही, करेला, बरबट्टी, परवल 80 रूपये प्रति किलो की दर से बाजार में बिक रहा है। साथ ही आलू 30 रूपये और प्याज 20 रूपये के हिसाब से मिल रहा है। लवन में सब्जी का कारोबार करने वाले दुकानदार भी सब्जियों के बढ़ते दामों के चलते बिक्री न होने से परेशान है। सब्जी विक्रेता गनपत साहू का कहना है कि बारिश की वजह से सब्जियों के दामों में काफी बढ़ोतरी हुई है, जो ग्राहक एक किलो ले रहा था अब वह आधा किलो लेकर काम चला रहा है। सब्जी खरीदने आए युवक धनीराम रात्रे का कहना है कि बाजार में हरी सब्जियां इतनी महंगी हो गई है कि अब सप्ताह में एक बार ही सब्जी खरीदने आते है। पहले दो-तीन के अंतराल में सब्जी ले लेते थे। अब सूखा सब्जी से काम चलाना पड़ रहा है। वही, सब्जी खरीदने पहुंची महिलाओं का कहना है कि सब्जियों में इतनी महंगाई हो गई है कि सब्जी लेने आते है, लेकिन कुछ समझ नहीं आता, आलू के अलावा हर सब्जी दो से तीन गुना भाव से बिक रहा है। वर्तमान में हरी सब्जियां आम आदमी की पहुंच से दूर होता जा रहा है। बाहर से सब्जी आने की वजह से सब्जियो के दाम आसमान छू रहे है। लोकल आवक बढ़ने पर ही सब्जियों की कीमत कम होगी।











