पुराना आवास को नया बताकर गरीब लोगों से ले रहा रूपये, कार्रवाई की मांग
बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।
फागुलाल रात्रे, लवन।
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के हर व्यक्ति के सर पर छत और पक्का मकान देने का सपना देखते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना बनाई गई है। जिसमें पात्र हितग्राहियों को इसका लाभ मिल सके। लेकिन ग्रामीण स्तर पर इस योजना में जमकर भ्रष्टाचार होने और अपात्रों को लाभ देने का मामला आरटीआई एवं अन्य के माध्यम से सामने आया है। इसी तरह का मामला बलौदाबाजार विकाखखण्ड के अन्तर्गत महानदी नदी के अंतिम छोर पर बसे ग्राम कोयदा में सामने आया है। यहा आरटीआई एवं शिकायकर्ता धनसाय साहू ने 18 अक्टूबर को जिला कलेक्टर के नाम से सरपंच हेमंत साहू रोजगार सहायक राजू साहू एवं पंचपति शिवनारायण साहू के विरूद्व शिकायत कर जांच की मांग किया गया है। शिकायकर्ता धनसाय साहू ने अपने शिकायत पत्र में कंडिका वाईस शिकायत किया गया है। जिसमें चैतूराम पिता समारू कैवत्र्य का छत लेबल का मकान पास करने के एवज में रोजगार सहायक एवं पंचपति शिवनारायण द्वारा 35 हजार रूपये लेकर पीएम आवास स्वीकृत करने का आरोप लगाया गया, जिसका कार्य लगभग पूर्ण हो चूका है। गंगाप्रसाद पिता लहुरमन साहू का 10 वर्ष पुराना मकान को छबाई कराके रोजगार सहायक 30 हजार रूपये लेकर पास करवाया गया है जिसका वर्तमान में दो किस्त जारी हो गया है, जो हितग्राही को रूपये मिल जाने का आरोप लगाया गया। उक्त आवास को नया आवास में शामिल भी कर लिया गया है। शिकायतकर्ता ने बताया कि नारायण पिता हंसराम साहू का 5 वर्ष पहले का पक्का मकान को 30 हजार रूपये लेकर रोजगार सहायक के द्वारा नया आवास के रूप में दर्शाया गया है जिसमें योजना के अनुसार हितग्राही नारायण साहू को दो किस्त दिया जा चूका है।
इसी तरह भरतलाल पिता नियन साहू का कच्चा मकान को पक्का मकान कहकर आवास सूची से उनका नाम अपात्र की सूची में दुर्भावनावश डाल दिया गया है जिसकी जानकारी आरटीआई से हुआ है। वही नरोत्तम पिता मकसुदन साहू को स्थायी पलायन बताकर सरपंच हेमन्त साहू एवं रोजगार सहायक के द्वारा आवास सूची से हटाकर अपात्र की सूची में डाल दिया गया है जबकि वह व्यक्ति पात्र है, उसके परिवार के लोग हमेशा घर में रहते है। इसके अतिरिक्त राजेश पिता गनेशराम बनछोर, देवचरण साहू, दिनेश कैवत्र्य, सागर साहू, रोहित यादव, कचराबाई साहू, समुन्दराम केंवट को सरपंच एवं रोजगार सहायक द्वारा दुर्भावावश आवास सूची से हटाकर अपात्र सूची में डाल दिया गया। इसके पूर्व अन्य व्यक्तियों का नाम भी अपात्र सूची में डाला गया है। अपात्र सूची में नाम डाल दिये जाने की वह से उक्त हितग्राहियों को आवास योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। शिकायतकर्ता साहू ने बताया कि पंच पति शिवनारायण साहू आलीशान पक्का मकान बना है, जिसका नाम आवास योजना की सूची में उसका नाम आया है, जिसकी जांच की आवश्यकता है। इस प्रकार सरपंच एवं रोजगार सहायक दोनो मिलकर अधिकांश हितग्राहियों से अवैध रूप से वसूली कर रहे है, जो कि शासन के नियमों के विरूद्व है। ऐसे सरपंच एवं रोजगार सहायक पर जांच होनी चाहिए और दोषी पाये जाने पर बर्खास्त करने की मांग किया गया है।
क्या कहते है रोजगार सहायक
शिकायत झूठा है, जैसे-जैसे कार्य हुआ है, जियो टेकिंग के पश्चात आवास स्वीकृत हुआ है, इसमें रोजगार सहायक का किसी भी प्रकार का हाथ नहीं है।
राजू साहू, रोजगार सहायक
ग्राम पंचायत कोयदा
क्या कहते है ग्राम सरपंच
आनलाईन के माध्यम से आवास स्वीकृत हो रहा है, इसमें पंचायत का किसी भी प्रकार का हाथ नहीं है। पुराना आनलाईन के हिसाब से सूची जारी हो रहा है। जो भी व्यक्ति के द्वारा शिकायत किया गया है, उसका शिकायत झूठा और निराधार है।
हेमंत साहू, सरपंच
ग्राम पंचायत कोयदा