धान खरीदी का हुआ मध्यान्तर, लवन समिति में 17 फीसदी ही हो पाई है धान की खरीदी
बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।
फागुलाल रात्रे, लवन।
एक नवम्बर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी चल रही है। तीन माह तक चलने वाली धान खरीदी का आधा समय बीत गया है। इस वर्ष धान खरीदी में चुनाव व असमय बारिश ने धान खरीदी को प्रभावित किया। चुनाव के पहले कांग्रेस सरकार के द्वारा कर्जमाफी की घोषणा के बाद लगभग 80 फीसदी किसानों ने कर्ज लिया। पिछले वर्षो की तुलना में इस वर्ष अधिक कर्ज दिया गया है। वही अब किसानों के द्वारा धान बेचने के बाद कर्ज की राशि वसूली को लेकर किसान नाखुश नजर आ रहे है। वही, इस वर्ष प्रति क्वींटल 2183 रूपये के हिसाब से धान की खरीदी हो रही है। भाजपा सरकार द्वारा दो वर्ष का बोनस देने की घोषणा तो कर दिया गया है, किन्तु अभी तक इसके लिए जानकारी नहीं मांगी गई है। वही, दूसरी ओर नए समर्थन मूल्य पर खरीदी को लेकर भी कोई गाइडलाइन जारी नहीं हुआ है। ऐसी स्थिति में किसानों में संशय की स्थिति नजर आ रही है। आलम यह है कि किसानों की कर्ज माफी का वादा कांग्रेस द्वारा किया गया था। ऐसी स्थिति में सरकार बनने के बाद कर्जमाफी का लाभ किसानों को मिलेगा। इसमें गौर करने वाली बात यह है कि राज्य में इस बार भी कांग्रेस की सरकार बनने का अनुमान लगाया जा रहा था, किन्तु उल्टा हो गया और कांग्रेस की पूरी तरह से पराजय हो गई। अब किसानों की चिन्ता इसलिए भी बढ़ गई है कि किसानों को कर्ज चुकाना होगा।
उल्लेखनीय है कि जिला सहकारी बैंक लवन की शाखा के अन्तर्गत 11 समिति आते है, जिनमें किसानों की संख्या 13021 है। अब तक 3010 किसानों से 1 लाख 18 हजार 7 सौ क्वींटल धान की खरीदी की जा चूकी है। किसानों के द्वारा 2591 करोड़ का धान अब तक बेचा जा चूका है, इनमें से 823 करोड़ रूपये ऋण की वसूली किसानों से किया जा चूका है। वही, परिवहन की ओर नजर डाले तो कुल खरीदी में से 41 हजार 456 क्वींटल धान का परिवहन अब तक हो चूका है, शेष 77 हजार 244 क्वींटल धान का उठाव होना है। चूंकि धान खरीदी का समय 31 जनवरी 2024 तक निर्धारित है। खरीदी का आधा से अधिक समय बीत गया है, और निर्धारित लक्ष्य से महज 17 फीसदी की धान की खरीदी हो पाई है। समितियों के द्वारा यदि अपने प्रतिदिन के निर्धारित लक्ष्य को नहीं बढ़ाया जाता है तो अधिकांश किसान धान बेचने से वंचित हो सकता है। फिलहाल इसके लिए समितियों के द्वारा लिमिट बढ़ाने के लिए पत्र लिखा जा चूका है।
वही, शासन बदलने के बाद नए समर्थलन मूल्य पर धान खरीदी को लेकर किसी प्रकार की गाइडलाइन नहीं आई है। ऐसे में पुराने शासन द्वारा निर्धारित दर से ही समितियों में धान की खरीदी हो रही है। भाजपा ने 3100 रूपये में धान खरीदी की घोषणा किए है, लेकिन इसके लिए अब तक आदेश नहीं आया है। वही, इस बारे में समिति संचालकों ने बताया कि अंतर की राशि किसानों के खातों में भेजी जा सकती है। फिलहाल किसानों में यह आस जगी हुई कि 300 रूपये बोनस के हिसाब से राशि की वितरण की जाए। जिससे किसानों को काफी कुछ राहत मिल सकेगा।
क्या कहते है लवन शाखा के शाखा प्रबंधक
लवन शाखा के 11 समितियों में 3010 किसानों से अभी तक 1 लाख 18 हजार 7 सौ क्वींटल धान की खरीदी हो गई है। खरीदी की जा चूके किसानों से अब तक 823 करोड़ रूपये ऋण की वसूली की जा चूकी है। खरीदी का लिमिट बढ़ाने के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है।
शिव साहू, शाखा प्रबंधक
जिला सहकारी बैक लवन, शाखा-लवन