28 दिनों में महज 8 हज़ार क्वींटल धान की हुई खरीदी, कुछ केन्द्रो में अभी भी पसरा है सन्नाटा
लवन। छत्तीसगढ़ में एक नवम्बर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी प्रारंभ हो गई है। 28 दिन खरीदी को हो गए है। इस बीच जिला सहकारी बैंक लवन के शाखा लवन के 11 समिति केन्द्रो में 8 हजार क्वींटल धान की खरीदी हो गई है। हालांकि इन खरीदी केन्द्रो में से कोयदा व सिरियाडीह में अब तक बोहनी नहीं हो पाई है। वही, आपको बता दें कि पिछले दो तीन दिनों से मौसम के बदले मिजाज ने किसानों के माथे पर परेशानी की लकीरें खींच दी है। दो तीन दिनों के उतार चढ़ाव व बारिश की संभावना के चलते किसान अपनी उपज को समेटने में लगा हुआ है।
गौरतलब हो कि मौजुदा समय में खरीफ सीजन की मुख्य फसल की कटाई मिंजाई कार्य में किसान पूरी तरह से लगे हुए है। हालांकि कुछ किसानों के द्वारा धान की कटाई कर फसल को सुखाने के लिए खलिहानों में रखे हुए है। वही, मंगलवार को सुबह से पूरे दिन तक मौसम में बदलाव होने के चलते ठंड का असर देखने को मिला। लोग ठंड से बचने गर्म कपड़ो में ढके नजर आये। बादल छाने की वजह से बारिश की संभावना बनी हुई है।
आपको बताते चले कि धान खरीदी का कार्य शुरू हुए 28 दिन बीते गये है, लेकिन अभी तक 8 हजार क्वींटल ही धान की खरीदी लवन शाखा से हो पाई है। कुछ धान खरीदी केन्द्रो में अभी तक बोहनी तक नहीं हो पाई है। इस वर्ष धीमी खरीदी का मुख्य कारण चुनावी घोषणाओं को भी माना जा रहा है। कई उपार्जन केन्द्रो में महज 100 से 200 क्वींटल तक ही खरीदी हो पाई है। वही, एक दो केन्द्रो में अभी तक सन्नाटा पसरा हुआ है। हालांकि वहां के प्रबंधकों के द्वारा टोकन काट लिया गया है, लेकिन मौसम की स्थिति को देखते हुए खरीदी शुरू नहीं कर पाये है। एक तरफ किसान धान की कटाई व मिंजाई में व्यस्त नजर आ रहे है, वहीं, दूसरी तरफ किसान मौसम की मार को झेलते दिख रहे है। जिन किसानों के द्वारा धान की कटाई कर लिये है उन किसानों के द्वारा फसल को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। धान खरीदी केन्द्रो में नदी होने के चलते धान की खरीदी नहीं हो पायेगी, इसके चलते सबसे अधिक परेशानी किसानों में देखने को मिल रही है। वहीं, अधिकांश किसानों के धान की फसल लेट गई है, जिन्हें कटाई मिंजाई कराने में अतिरिक्त लागत व समय लग रहा है, किसान हार्वेस्टर मशीन से धान की कटाई मिंजाई कराने के इंतजार में दिख रहे है। जिसके चलते धान की खड़ी फसल लेट जा रही है। लेटी हुई फसल को कटाई कराने के लिए किसानों को अधिक कीमत चुकानी पड़ रही है।
क्या कहते है शाखा प्रबंधक
आज मैं किसी काम के चलते बिलासपुर आया हॅू। लवन शाखा के उपार्जन केन्द्रो में जहां-जहां धान की खरीदी हो गई है, वहां के तिरपाल से धान को अच्छे से ढक दिया गया है। और अधिक जानकारी के लिए सुपरवाइजर से सम्पर्क कर जानकारी ले सकते है।
शिव साहू, शाखा प्रबंधक
जिला सहकारी बैंक, लवन