बलौदाबाजार,
फागूलाल रात्रे, लवन।
फागूलाल रात्रे, लवन।
नगर पंचायत लवन में स्वर्गीय राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय(बच्चा महराज) परिवार द्वारा पूर्वजो की स्मृति में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन कथा स्थल राजेन्द्र एजुकेशनल एकेडमी लवन में 21 से 27 दिसम्बर तक आयोजित होगी। रामेश्वर पाण्डेय एवं द्वारिका प्रसाद पाण्डेय परिवार द्वारा आयोजित भागवत कथा के पहले दिन 21 दिसम्बर रविवार को भव्य कलश यात्रा के साथ प्रारंभ हुई। यह कलश यात्रा मां महामाया मंदिर लवन से प्रारंभ होकर कथा स्थल राजेन्द्र एजुकेशनल एकेडमी लवन तक पहुंची। वृन्दावन के आचार्य विनयकान्त त्रिपाठी ने प्रथम दिन भागवत कथा का महत्व बताया। उन्होंने बताया कि विश्व में सभी कथाओं में ये श्रेष्ठ मानी गई है। जिस स्थान पर इस कथा का आयोजन होता है, वो तीर्थ स्थल कहलाता है। इसको सुनने एवं आयोजन कराने का सौभाग्य भी प्रभु प्रेमियां को ही मिलता है। ऐसे में अगर कोई दूसरा अन्य भी इसे गलती से भी श्रवण कर लेता है, तो भी वो कई पापों से मुक्ति पा लेता है। इसलिए सात दिन तक चलने वाली इस पवित्र कथा को श्रवण करके अपने जीवन को सुधारने का मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहिए। अगर कोई सात दिन तक किसी व्यस्तता के कारण नहीं सुन सकता है, तो वह दो तीन या चार दिन ही इसे सुनने के लिए अपना समय अवश्य निकालें। तब भी वो इसका फल प्राप्त करता है, क्योंकि ये कथा भगवान श्री कृष्ण के मुख की वाणी है, जिसमें उनके अवतार से लेकर कंस वध का प्रसंग का उल्लेख होने के साथ साथ इसकी व्यक्ति के जीवन में महत्ता के बारे में भी बताया गया है। इसके सुनने के प्रभाव से मनुष्य बुराई त्याग कर धर्म के रास्ते पर चलने के साथ साथ मोक्ष को प्राप्त करता है। आचार्य त्रिपाठी ने बताया कि इस कथा को सबसे पहले अभिमन्यु के बेटे राजा परीक्षित ने सुना था, जिसके प्रभाव से उसके अंदर तक्षक नामक नाग के काटने से होने वाली मृत्य़ु का भय दूर हुआ और उसने मोक्ष को प्राप्त किया था। प्रथम दिवस की कथा में पांडेय परिवार के साथ लवन एवं आसपास के अनेको गावो के निवासियों ने कथा श्रवण कर भागवत कथा का आनन्द लिया।











