बलौदाबाजार,
फागूलाल रात्रे, लवन।
ग्राम पंचायत बरदा में संविधान दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित की गई। साथ ही मितानिनों कों भी साड़ी श्रीफल, व पुष्पहार से सम्मानित किया गया। वही, बाबा साहब की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर संविधान की प्रस्तावना का सरपंच देवकुमारी दुकालू बंजारे ने शपथ दिलाया।
सरपंच ने बताया कि संविधान हमें 6 मौलिक अधिकार देता है, लेकिन साथ ही यह हमें हमारे 11 मौलिक कर्तव्यों की भी याद दिलाता है। जिस तरह हमें स्वतंत्रता का अधिकार है, उसी तरह हमारा यह कर्तव्य भी है कि हम देश की एकता और अखंडता की रक्षा करें तथा राष्ट्रीय संपत्ति का सम्मान करें। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमारा संविधान एक ‘जीवंत दस्तावेज़’ है। संविधान भारत का सर्वोच्च कानून है। यह एक लिखित दस्तावेज़ है जो सरकार और उसके संगठनों की मूलभूत संहिता, संरचना, प्रक्रियाओं, शक्तियों और कर्तव्यों तथा नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों का निर्धारण करता है। भारत का संविधान सर्वोच्च कानूनी दस्तावेज़ है जो सरकार के सिद्धांतों, शक्तियों और ज़िम्मेदारियों को परिभाषित करता है । 26 जनवरी 1950 को लागू होने के बाद, इसने भारत को एक संप्रभु, धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी और लोकतांत्रिक गणराज्य बनाया। इस दौरान उप सरपंच अनीता विकास बांधे पूर्व सरपंच अनिल खुटे पूर्व जनपद सदस्य कोमल वर्मा, पंच आनंद दास, शांता मिरि, बजरंग बली, सपना कोसले, मालती बंजारे, देवानंद के साथ सभी पंच व गांव के मुकतारन बघेल, अमर दास, ओमप्रकाश बंजारे, रामकुमार, धर्मेंद्र खुटे के साथ गणमान्य नागरिक उपस्थित रहें।
बलौदाबाजार,
फागूलाल रात्रे, लवन।
ग्राम पंचायत बरदा में संविधान दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित की गई। साथ ही मितानिनों कों भी साड़ी श्रीफल, व पुष्पहार से सम्मानित किया गया। वही, बाबा साहब की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर संविधान की प्रस्तावना का सरपंच देवकुमारी दुकालू बंजारे ने शपथ दिलाया।
सरपंच ने बताया कि संविधान हमें 6 मौलिक अधिकार देता है, लेकिन साथ ही यह हमें हमारे 11 मौलिक कर्तव्यों की भी याद दिलाता है। जिस तरह हमें स्वतंत्रता का अधिकार है, उसी तरह हमारा यह कर्तव्य भी है कि हम देश की एकता और अखंडता की रक्षा करें तथा राष्ट्रीय संपत्ति का सम्मान करें। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमारा संविधान एक ‘जीवंत दस्तावेज़’ है। संविधान भारत का सर्वोच्च कानून है। यह एक लिखित दस्तावेज़ है जो सरकार और उसके संगठनों की मूलभूत संहिता, संरचना, प्रक्रियाओं, शक्तियों और कर्तव्यों तथा नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों का निर्धारण करता है। भारत का संविधान सर्वोच्च कानूनी दस्तावेज़ है जो सरकार के सिद्धांतों, शक्तियों और ज़िम्मेदारियों को परिभाषित करता है । 26 जनवरी 1950 को लागू होने के बाद, इसने भारत को एक संप्रभु, धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी और लोकतांत्रिक गणराज्य बनाया। इस दौरान उप सरपंच अनीता विकास बांधे पूर्व सरपंच अनिल खुटे पूर्व जनपद सदस्य कोमल वर्मा, पंच आनंद दास, शांता मिरि, बजरंग बली, सपना कोसले, मालती बंजारे, देवानंद के साथ सभी पंच व गांव के मुकतारन बघेल, अमर दास, ओमप्रकाश बंजारे, रामकुमार, धर्मेंद्र खुटे के साथ गणमान्य नागरिक उपस्थित रहें।











