बलौदाबाजार,
फागूलाल रात्रे, लवन।
फागूलाल रात्रे, लवन।
छत्तीसगढ़ प्रदेश धोबी समाज का प्रदेश स्तरीय बैठक 23 नवंबर को बस्तर जिले के ग्राम कालीपुर जगदलपुर में प्रदेश पदाधिकारियो की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ। जगदलपुर में पहली बार हुई प्रदेश स्तरीय बैठक में बस्तर जिले के समाजजनों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और कार्यक्रम को ऐतिहासिक बना दिया। प्रदेश स्तरीय बैठक में जगदलपुर जा रहे पदाधिकारियो का 22 नवंबर को कांकेर रेस्ट हाउस में प्रदेश संरक्षक गोपाल दुर्गासी एवं दिनेश रजक पद्मनी रजक के नेतृत्व में समाज के लोगों ने स्वागत सम्मान किया गया। संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष सूरज निर्मलकर ने किया
ग्राम कालीपुर जगदलपुर में आयोजित धोबी समाज के प्रदेश स्तरीय बैठक का शुभारंभ संत गाडगे महराज एवं नातिन धोबिन की छायाचित्र पर पूजा अर्चना कर किया गया। तत्पश्चात सभी मंचस्थ प्रदेश पदाधिकारियो का स्वागत किया गया। जनपद सदस्य एवं अधिवक्ता अनिता नागे ने कहा कि पहली बार बड़ी संख्या में प्रदेश पदाधिकारियो का आने से हम सभी अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। जब भी समाज का कोई बैठक या अधिवेशन होता है उसमें युवा और युवतियों को भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए।
रजककार विकास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लोकेश कन्नौजे ने कहा जब तक हम सभी एक नहीं होंगे तब तक हम शासन प्रशासन के ऊपर अपनी भागीदारी सुनिश्चित नहीं कर पाएंगे इसलिए प्रदेश स्तर पर समाज को एक होना अति आवश्यक है। प्रदेश अध्यक्ष मनोज निर्मलकर ने कहा कि प्रदेश में एक समाज एक संगठन एक प्रदेश अध्यक्ष होगा तभी समाज का विकास होगा। अभी तक शासन प्रशासन से हमारे संगठन को 3 करोड़ 25 लाख की राशि छात्रावास सामुदायिक भवन एवं अन्य विकास कार्यों के लिए मिल चुके हैं। प्रदेश महासचिव कृष्णकुमार निर्मलकर प्रदेश कोषाध्यक्ष विजय कनौजे महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष निर्मला रजक कालीपुर परिक्षेत्र अध्यक्ष बलदेव नागे ने भी समाज को संगठित करने पर जोर दिया गया। इस दौरान प्रदेश संरक्षक झड़ीराम कनौजे सलाहकार भरत निर्मलकर प्रदेश उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम रजक आईटी सेल प्रदेश अध्यक्ष कमलेश रजक प्रदेश सचिव धेनुराम निर्मलकर महिला प्रकोष्ठ संगठन मंत्री नीलू रजक प्रदेश मीडिया प्रभारी नेमचंद निर्मलकर जनपद पंचायत पलारी सभापति अश्वनी रजक बिलासपुर महासचिव माहिती निर्मलकर पोषण रजक महेश निर्मलकर शंकर सोनवानी गंगा रजक यशोदा बाई कमल नागे सहित बड़ी संख्या में समाज जन उपस्थित थे।











