बलौदाबाजार,
संपादक, फागूलाल रात्रे, लवन।
संपादक, फागूलाल रात्रे, लवन।
शासन के निर्देशानुसार भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर ग्राम पंचायत सकरी में जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाया गया एवं भगवान बिरसा मुंडा की जीवन परिचय को सभा के समक्ष रखा गया। जनजाति गौरव दिवस के रूप में विशेष ग्राम सभा बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें भगवान बिरसा मुंडा के जीवन चरित्र के पूरी कहानी के साथ-साथ स्वच्छता पेयजल प्रधानमंत्री आवास निर्माण की समीक्षा एवं अन्य विषयों पर चर्चा किया गया। सकरी के पंचायत सचिव हरिकिशन वर्मा ने जानकारी दिया गया कि बिरसा मुंडा एक महान आदिवासी नेता, क्रांतिकारी और धार्मिक गुरु थे, जिन्होंने 19वीं शताब्दी के अंत में अंग्रेजों और जमींदारों के शोषण के खिलाफ आदिवासी समुदाय को एकजुट किया। उनका जन्म 15 नवंबर 1875 को झारखंड के रांची जिले के उलिहातु गांव में मुंडा जनजाति में हुआ था। बिरसा मुंडा का बचपन गरीबी और अशांति के बीच बीता। उनके पिता सुगना पुर्ती और माता करमी पुर्ती एक गरीब आदिवासी परिवार से थे। बिरसा मुंडा ने जर्मन मिशन स्कूल में शिक्षा प्राप्त की, लेकिन ईसाई धर्म अपनाने के दबाव के कारण उन्होंने स्कूल छोड़ दिया। बिरसा मुंडा ने आदिवासी समुदाय के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह का बिगुल बजाया और जमीन वापसी की मांग की। उन्होंने “बिरसाईत” नामक एक नया धर्म स्थापित किया, जो आदिवासी संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करने के लिए था। बिरसा मुंडा ने 1899 में उलगुलान का ऐलान किया, जिसमें उन्होंने आदिवासियों को एकजुट होकर अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने का आह्वान किया। इस आंदोलन ने आदिवासी समुदाय को एकजुट किया और अंग्रेजों के खिलाफ एक मजबूत प्रतिरोध खड़ा किया। बिरसा मुंडा की विरासत आदिवासी समुदाय के लिए एक प्रेरणा है। उन्हें आदिवासी अधिकारों के लिए लड़ने वाले एक महान नेता के रूप में याद किया जाता है। उनकी जयंती 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाई जाती है। गौरव दिवस कार्यक्रम एवं विशेष ग्राम सभा बैठक के दौरान सरपंच हरीश कुमार फेकर उप सरपंच धनेश कुमार वर्मा पंच ओमप्रकाश साहू लता देवी साहू लीलावती वर्मा कमलेश वर्मा बीरम साहू केंवरा यादव पूर्व सरपंच ईश्वर साहू केशव साहू गीता राम साहू नीलकरण साहू सीमा पायल छन्नू धीवर यशवंत साहू मितानिन चमेली सेन पीलेश्वरी हेमलता साहू प्रभा धीवर ओम कुमारी चंद्रशेखर वर्मा मैनेजर राम भवन सहित ग्रामवासी उपस्थित थे।











