
असामाजिक तत्व के लोग स्कूल अंदर नशाखोरी कर पानी टंकी समेत अन्य सामान को पहुंचा रहे है नुकसान
फागूलाल रात्रे, लवन। प्रदेश के बच्चों में उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान करने सरकार द्वारा स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय संचालित किए जा रहे है। प्रदेश में जगह-जगह स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले गए है। परन्तु अब नए शिक्षण सत्र के साथ ही स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों की दुर्दशा देखते ही बन रही है। कुछ इसी तरह का मामला विकासखण्ड बलौदाबाजार के अंतर्गत लवन में देखा जा रहा है। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय लवन में मुलभूत सुविधाओं का अभाव है। शौचालय पानी की वजह से उपयोग विहीन हो गया है। इस स्कूल में लाखों रूपये खर्चकर बनाए गए शौचालय बद से बदतर हालात में है। पानी की वजह से शौचालय की स्थिति बदहाल हो गई है। इसके संबंध में यहा के शिक्षकों ने पत्रिका के संवाददाता को बताया कि यहा शौचालय नहीं होने की वजह से बच्चों को शौच कराने आसपास के घरों में लेकर जाते है। शिक्षकों ने बताया कि यहा क्लास एक से लेकर दसवीं तक 300 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है। लेकिन शौचालय तो है, लेकिन पानी की वजह से उपयोग विहीन है। छोटे-छोटे बच्चों को शौच लगने पर उन्हें आसपास के घरों में शौच कराने जाना पड़ता है, बड़े बच्चे यहा के बाजार चौक में स्थित सार्वजनिक सुलभ शौचालय में चले जाते है। लेकिन बालिकाओं को अचानक तबियत खराब होने पर शौच जाने में बड़ी परेशानी होती है। वही, टीचरों के लिए भी अलग से शौचालय नहीं बनाया गया है। यह समस्या विगत 3 साल से झेल रहे है। इसके संबंध में यहा के प्राचार्य को मौखिक रूप से अवगत कराया जा चूका है, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। यहंा सामने तो स्कूल का गेट लग जाता है, लेकिन पीछे तरफ से खुला होने की वजह से असामाजिक तत्व के लोग यहंा घुसकर शराब पीते है, और शीशी, डिस्पोजल वगैरह को स्कूल परिसर में ही छोड़कर चले जाते है, तथा यहां के पानी टंकी सहित अन्य सामाग्री पर तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाते है। स्कूल में बोर की सुविधा है, लेकिन शौचालय तक पाईप नहीं लगे होने की वजह से शौचालय उपयोग विहीन होकर जर्जर हालात में हो गया है, असामाजिक तत्व के लोग अन्दर प्रवेश कर तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचा रहे है। जिससे यहंा के सभी शिक्षक परेशान है। सबसे ज्यादा परेशानी छोटे-छोटे नौनिहालों को हो रही है, उन्हें शौच लगने पर उनके पालको को फोनकर स्कूल बुलाना पड़ता है। हमने इस संबंध में आत्मानंद स्कूल के सामने स्थित एक मकान मालिक नंदु वर्मा जो वर्तमान में वार्ड 02 के पार्षद है उसने चर्चा के दौरान बताया कि स्कूल में शौचालय नहीं होने की वजह से स्कूल के बच्चों को शौच कराने के लिए शिक्षक यहंा लेकर आते है। एक दिन में चार से पांच बच्चें यहंा आते है। साथ ही समय पर बच्चे स्कूल पहुंच जाते है, लेकिन यहंा की शिक्षिकाएं समय पर नहीं पहुंचती है। रोजाना लेट से पहुंचती है।
क्या कहते है प्राचार्य जोशी
यहंा असामाजिक तत्व के लोग पहुंचकर शराब पीकर पानी टंकी, शौचालय की सीट वगैरह को तोड़कर नुकसान पहुंचा रहे है। इसके संबंध में मैने मुख्य नगरपालिका अधिकारी, तहसीलदार लवन, थाना प्रभारी लवन को अवगत कराकर जिला शिक्षा अधिकारी को लिखित में आवेदन दिया जा चूका है। यहंा की व्यवस्था के लिए नगर पंचायत लवन के पार्षदगण एवं नगर अध्यक्ष को जानकारी भी दिया जा चूका है। असामाजिक तत्व के लोगों का प्रवेश बंद होने के बाद ही व्यवस्था सुधर सकती है।
क्या कहते है विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी
आपके माध्यम से जानकारी मिल रही है, इसके लिए वहंा के प्राचार्य को पुछकर ही कुछ बता सकता हॅू।
राजेन्द्र टण्डन, विकासखंड शिक्षा अधिकारी
बलौदाबाजार