बलौदाबाजार,
फागूलाल रात्रे, लवन।
फागूलाल रात्रे, लवन।
मां महामाया की नगरी लवन 2003 में ग्राम पंचायत से नगर पंचायत के रूप में अस्तित्व में आई। लवन नगर में 15 वार्ड है, जिनकी कुल जनसंख्या करीब 13 हजार के आसपास है। लवन को ग्राम पंचायत से नगर पंचायत बने 22 साल पूरे हो गए है, लेकिन आज भी नगर पंचायत की समस्याएं जस की तस बनी हुई है। लवन नगर की सबसे बड़ी समस्या पीने के पानी का है। नल होने के बावजूद कभी नल से पानी आता है तो कभी नहीं आता है। हालांकि लवन नगर पंचायत में पानी टंकी बनने और पंडरिया का इंटेकवेल चालू होने से पानी की समस्या कम हो गई है, लेकिन यह समस्या पूरी नहीं हुई है, अधुरी पड़ी है। इंटेकवेल से पानी आने के बाद फ़िल्टर प्लांट से पानी की सफ़ाई किया जाता है, लेकीन सामग्री की कमी एवम स्टॉफ नहीं होने के कारण पानी की सफ़ाई नहीं हो पा रही है, इसी वज़ह से लोगों को साफ़ पानी नहीं मिल पा रहा है। लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ हो रहा है। पीएचई विभाग को इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। वही, पाईप लाइन का विस्तारीकरण होने के बावजूद पानी सप्लाई ठीक से नहीं होने की वजह से लोगों को दूर दूर से पानी लाना होता है, जिन्हे काफी परेशानी होती है। दूसरी बड़ी समस्या पानी निकासी नहीं होने से नगर की गलियां कीचड और दलदल से भरा रहता है। नगर पंचायत लवन के अधिकतर वार्डो के सड़क की हालत खराब हो चूकी है। नगर पंचायत प्रशासन की अनदेखी के कारण नगरवासियों को नगर पंचायत से मिलने वाली सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
नगर की जर्जर सड़कों पर बरसात के दिनों में चलना मुश्किल हो जाता है। उबड़-खाबड़ सड़क, सड़क में बने गढ्ढे और गढ्ढों में भरा पानी चारो तरफ फैली गंदगी खुली नालियां और हर तरफ कीचड़ ही कीचड़ यह स्थिति बरसात के समय निर्मित होती है। नगर पंचायत लवन के कुछ गली मोहल्लों में हल्की बारिश में ही लोगों को चलना मुश्किल हो जाता है। वार्ड 4 बाजार चौक एवं वार्ड 13 में हल्की बारिश में बरसात का पानी गढ्ढों में एवं मोहल्लों में भर जाता है। जिससे लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। इन सड़कों पर पैदल चलना तो दूर दोपहिया व चारपहिया का चलना मुश्किल रहता है। हालांकि नगर पंचायत ने कुछ कुछ गड्ढों में बजरी डलवाया है, और कुछ जगहों पर बीच सड़क पर पत्थर को रख दिया गया है। जिसकी वजह से चार पहिया वाहन से आने जाने वाले वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वही, दुपहिया वाहन चालक पत्थर की ठोकर लगने से गिरकर चोटिल हो रहे है। इस प्रकार नगर पंचायत लवन की अनदेखी के चलते नगर पंचायत के रहवासी बरसात के दिनों या बारीश होने पर कीचड़ भरे मार्ग पर चलने को मजबूर हो रहे है।
गौरतलब हो कि नगर पंचायत लवन के अधिकांश वार्डो की हालत ऐसी है कि हल्की बारिश में ही सड़कों पर चलना मुश्किल हो रहा है। पैदल चलने वाले राहगीरों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नगरवासियों का कहना है सड़क की हालत बिल्कुल जर्जर हो गई है। सड़क पर लगी क्रांक्रीट पूरी तरह उखड़कर बाहर आ गई है, जिसकी वजह से कई जगह खतरनाक गढ्ढे बन गए है। इन गढ्ढों की वजह से दोपहिया वाहनों का चलना भी मुश्किल हो गया है। बरसात में यह सड़क पूरी तरह कीचडमय हो गई है, जिससे लोगों का पैदल चलना मुश्किल हो गया है। नगर पंचायत के जनप्रतिनिधियों और अधिकरियों की उदासिनता के चलते लोगों को नगर पंचायत से मिलने वाली सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। लेकिन नगरवासी समय पर बराबर टैक्स जमा कर रहे है, लेकिन उन्हें मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है। वही, नगर पंचायत लवन की पहचान कहे जानें वाली मुख्य सड़क मार्ग तहसील चौक से महामाया मंदिर पहुंच मार्ग की हालत अत्यधिक ख़राब हो गई है। आने जाने वाले राहगीरों को काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पीछले कार्यकाल में इस रोड़ की स्वीकृति होने पर निविदा भी छपा था, लेकिन किन्ही कारणों से टेंडर नहीं हो पाया और निरस्त हो गया था। तब से लेकर आज़ तक इस सड़क मार्ग की स्वीकृति नहीं मिली है। ऐसा नहीं है की जनप्रतिनिधियों ने गौरवपथ सड़क की मांग नहीं की। मांग करने पर स्वीकृति नहीं मिल पाई। इसलिए इस रोड़ का निर्माण अभी तक नहीं हो पाया।
क्या कहते है नगर अध्यक्ष
बारिश थमने के बाद जहां जहां पर आपर डिपर है वहां की मिट्टी को जेसीबी मशीन से उखड़वाकर कर साफ करवाता हूं। उक्त मार्ग को गौरवपथ में जोड़ा जा रहा है। रोड निर्माण की स्वीकृति के लिए शासन के पास स्टीमेट बनाकर भेजा गया है, स्वीकृति मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
शिवमंगल सिंह चौहान, अध्यक्ष
नगर पंचायत लवन