बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।
फागुलाल रात्रे, लवन।
ग्राम कोरदा में श्री अखण्ड रामनाम सप्ताह का सामापन 21 फरवरी को पूरे विधि विधान और सहस्त्रधारा के साथ समापन हो गया। इस सात दिवसीय अखण्ड रामनाम सप्ताह में 45 गांवो के गायन कीर्तन टोलियो ने भाग लिया था। ग्रामवासी के द्वारा अखण्ड रामनाम सप्ताह में प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। उक्त प्रतियोगिता में 14 कीर्तन मण्डलियो ने भाग लिया था। जिसमें प्रथम ईनाम दस हजार रूपये ठाकुरदेव कीर्तन मण्डली ग्राम बिर्रा, दूसरा ईनाम 9 हजार रूपये श्रीराम कीर्तन मण्डली ग्राम गोधना, तीसरा ईनाम 8 हजार रूपये मां चण्डी कीर्तन मण्डली ग्राम सलखन, चैथा ईनाम 7 हजार रूपये मां शीतला कीर्तन मण्डली ग्राम डोंगरा, पांचवा ईनाम 6 हजार रूपये श्रीराम कीर्तन मण्डली ग्राम जामडीह, छठवा ईनाम 5 हजार रूपये बिरीतिया बाबा कीर्तन मण्डली ग्राम कैथा, सातवां ईनाम 4 हजार रूपये सात बहनिया दाई कीर्तन मण्डली ग्राम सिलाडीह, आठवा ईनाम 3333 रूपये मां सरस्वती बाल समाज कीर्तन मण्डली ग्राम बिर्रा, नौवा ईनाम 3 हजार रूपये सरस्वती कीर्तन मण्डली ग्राम पोटापारा बसना, दसवा ईनाम 3 हजार रूपये मां शारदा कीर्तन मण्डली चकरदा, ग्यारवा ईनाम भी 3 हजार रूपये तिवारी साहेब कीर्तन मण्डली ग्राम रोगदा, 12वां ईनाम 3 हजार रूपये न्यू जागृति कीर्तन मण्डली ग्राम कुरयारी एवं सांत्वना पुरूस्कार 2101 रूपये मां महामाया कीर्तन मण्डली ग्राम कोरदा को मिला। प्रतियोगिता 20 फरवरी की रात्रि 8 बजे से शुरू हुआ जो 21 फरवरी को समाप्त हुआ। इस रामनाम सप्ताह में 45 से अधिक मानस मंडलियां सम्मिलित हुई। जो बिरंगे कपड़ो और अपने साज सज्जा के साथ भगवान श्रीराम के मंदिर के आगे आगे राम धून पर भजन कीर्तन करते हुए नाचते गाते चलते है। अखण्ड रामनाम सप्ताह में रोजाना श्रद्वालुओं की भीड़ जुटी रही। रामनाम के जाप सुनने सैकड़ो, हजारों की संख्या में लोग भी पहुंचे। ग्रामवासियों के द्वारा निःशुल्क नाश्ता, चाय, भोजन, मण्डारा का प्रबंध किया गया था। इस रामनाम सप्ताह आयोजन समिति के अध्यक्ष अश्वनी वर्मा, टेकराम वर्मा, मुन्ना वर्मा रामदुलार वर्मा, बैजनाथ वर्मा, मोहनलाल वर्मा सेवा निवृत शिक्षक जीवन लाल वर्मा, रविन्द्र नाथ वर्मा, टेकन वर्मा, चन्द्रमणी वर्मा, दिनेश वर्मा, सुरेश वर्मा, डकलेश्वर वर्मा, कार्यक्रम के संचालन पीताम्बर वर्मा, सुन्दरलाल वर्मा, रामदुलार वर्मा के द्वारा किया गया। इस मौके पर भारी संख्या में ग्रामवासीगण श्रोता समाज उपस्थित थे।